मणिपुर सरकार ने मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिबंध को 31 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है।
सरकारी अधिसूचना के अनुसार इस आशंका के कारण प्रतिबंध बढ़ाया गया है कि कुछ असामाजिक तत्व जनता की भावनाओं को भड़काने वाली तस्वीरें, नफरत भरे वीडियो प्रसारित करने के लिए बड़े पैमाने पर इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसका कानून व्यवस्था पर गंभीर असर हो सकता है।
क्यों बैन किया गया इंटरनेट?
अधिसूचना में कहा गया है कि 25 अक्टूबर के पत्र के माध्यम से पुलिस महानिदेशक ने बताया था कि सुरक्षा बलों के साथ जनता के टकराव, विरोध प्रदर्शन जैसी घटनाएं अभी भी सामने आती रहती हैं। राष्ट्र-विरोधी लोगों के मंसूबों को विफल करने, शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने को लेकर पर्याप्त उपाय आवश्यक है।
मणिपुर में तीन मई को भड़की थी हिंसा
बता दें कि तीन मई को हिंसा भड़कने के बाद राज्य में मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, इसे 23 सितंबर को बहाल कर दिया गया था, लेकिन 26 सितंबर को दो लापता युवाओं के शवों की तस्वीरें सामने आने के बाद सुरक्षा बलों के साथ छात्रों की झड़प के मद्देनजर फिर से प्रतिबंध लगा दिया गया।