146 सांसदों के निलंबन पर विपक्षी दलों का आज राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन, जंतर-मंतर पर जुटेंगे राहुल-खरगे

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संसद का शीतकालीन सत्र कई मायनों बहुत ही खास रहा. इस सत्र में पहली बार रिकॉर्ड 146 सांसदों को निलंबित कर दिया गया, जिसे लेकर विपक्षी नेता (Opposition Protest On MPs Suspension) आज देशभर में विरोध जताएंगे.

इंडिया गठबंधन के दल आज यानी कि 22 दिसंबर को जिला मुख्यालयों में राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन करेंगे. इस दौरान राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे समेत अन्य नेता दोपहर 3 बजे जंतर-मंतर पर जुटेंगे. वहां राहुल गांधी का भाषण भी होना है.

संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा से 146 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष बिफरा हुआ है. इंडिया गठबंधन के सांसदों ने गुरुवार को संसद से विजय चौक तक विरोध-मार्च निकाला.

संसद के शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है, लेकिन लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही 21 दिसंबर को यानी कि एक दिन पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई.

संसद का शीतकालीन सत्र कई मायनों में बहुत खास रहा. इस सत्र में न सिर्फ सरकार ने कई अहम बिलों को पास करवाया बल्कि संसद की सुरक्षा का मुद्दा भी इस दौरान खूब उठा.

संसद के शीतकालीन सत्र में ही दोनों सदनों से विपक्ष के 146 सांसदों को निलंबित किया गया. इससे पहले टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की सदस्यता भी इसी सत्र में रद्द की गई.

शीतकालीन सत्र स्थगित किए जाने से पहले यानी कि कार्यवाही के आखिरी दिन लोकसभा में सदन की अवमानना करने को लेकर तीन कांग्रेस सांसदों डीके सुरेश, नकुल नाथ और दीपक बैज को निलंबित कर दिया गया. जिसके बाद कुल निलंबित सांसदों की संख्या 146 पहुंच गई.

सांसदों के निलंबन के बाद राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल उतारने को लेकर भी विवाद हुआ. टीएमसी के लोकसभा सांसद कल्याण बनर्जी ने जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की थी. जबकि राहुल गांधी इसका वीडियो बनाते देखे गए. इस पूरे मामले पर उपराष्ट्रपति ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई. उन्होंने पीएम मोदी से बात की थी.

संसद का शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर को शुरू हुआ था, जो कि 22 दिसंबर तक चलना था. लेकिन यह एक दिन पहले ही स्थगित कर दिया गया. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कार्य उत्पादकता करीब 74 फीसदी रही. उन्होंने बताया कि इस सत्र में 14 बैठकें हुईं.

शीतकालीन सत्र में तीन अहम बिलों भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) विधेयक, 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) विधेयक, 2023 और भारतीय साक्ष्य (बीएस) विधेयक, 2023 को मंजूरी दी गई. अब इन्हें मंजूरी के लिए राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा. उनकी मंजूरी मिलते ही ये तीनों बिल कानून बन जाएंगे.

शीतकालीन सत्र में 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में सेंधमारी का मामला सामने आया. लोकसभा की विजिटर्स गैलरी से दो युवक अचानक सदन में कूद पड़े. वो बेंच पर कूदते-फांदते हंगामा करते रहे. इस दौरान दोनों ने कलर स्मोक भी छोड़ा. इससे सदन में पीला धुआं फैल गया. वहीं, सदन के बाहर भी दो लोगों ने हंगामा किया. पुलिस ने चारों आरोपियों और उनके मास्टरमांइड को गिरफ्तार कर लिया. सभी पुलिस रिमांड पर हैं.

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