उत्तर कोरिया ने एक बार फिर से किया बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण

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उत्तर कोरिया ने रविवार को अपने पूर्वी तट से कम से कम एक बैलिस्टिक मिसाइल को पानी में लॉन्च किया.

सियोल के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने रविवार सुबह कहा, “उत्तर कोरिया ने पूर्वी सागर में एक अज्ञात बैलिस्टिक मिसाइल दागी.” दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा, सियोल और वाशिंगटन ने चार साल से अधिक समय में अमेरिकी विमानवाहक पोत को शामिल करने वाले अपने पहले संयुक्त अभ्यास किया. गंभीर आर्थिक प्रतिबंधों को झेल रहे प्योंगयांग ने इस साल अपने हथियार कार्यक्रम को अपग्रेड करने पर दोगुना काम किया है.

जापानी कोस्टगार्ड ने रक्षा मंत्रालय का हवाला देते हुए कहा कि उत्तर कोरिया से “संभावित बैलिस्टिक मिसाइल” लॉन्च की गई थी. उत्तर कोरिया का ये प्रक्षेपण दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा बड़े पैमाने पर, तीन दिवसीय अभ्यास के बाद हुआ. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक-योल के पिछले महीने पदभार संभालने के बाद से यह सहयोगियों का पहला संयुक्त सैन्य अभ्यास था. वहीं नवंबर 2017 के बाद से एक विमानवाहक पोत से जुड़ा उनका पहला संयुक्त अभ्यास था.

प्योंगयांग ने लंबे समय से सियोल और वाशिंगटन के संयुक्त सैन्य अभ्यास का विरोध किया है. इस अभ्यास को आक्रमण के लिए पूर्वाभ्यास कहा जा रहा है. जेसीएस ने एक बयान में कहा, “इस अभ्यास ने दोनों देशों के उत्तर कोरियाई उकसावे का कड़ा जवाब देने के दृढ़ संकल्प को और मजबूत किया है. “पिछले महीने, यूं के साथ एक शिखर सम्मेलन के दौरान, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा था कि उत्तर कोरिया को रोकने के लिए यदि आवश्यक हो तो रणनीतिक पर विचार होगा.

आपको बता दें कि पिछले महीने भी प्योंगयांग ने तीन मिसाइलों का परीक्षण किया, जिसमें संभवतः अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल, ह्वासोंग -17 का प्रक्षेपण भी शामिल है. यूं के साथ अपने शिखर सम्मेलन के बाद जो बाइडेन के दक्षिण कोरिया छोड़ने के कुछ ही दिनों बाद यह प्रक्षेपण हुआ. अमेरिका और दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने प्योंगयांग के सातवें परमाणु परीक्षण की भी चेतावनी दी है.

हाल ही में कोविड -19 के प्रकोप से जूझने के बावजूद, उत्तर कोरिया ने लंबे समय से निष्क्रिय परमाणु रिएक्टर पर निर्माण फिर से शुरू कर दिया है, नई सैटेलाइनट तस्वीरों से इस बारे में संकेत भी मिला है. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने पिछले महीने कहा था कि प्योंगयांग ने 2017 के बाद से अपने पहले परमाणु परीक्षण की तैयारी में एक परमाणु विस्फोट उपकरण का परीक्षण किया था.

उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग यूएस के तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प से मिलने के बाद से लंबी दूरी और परमाणु परीक्षणों को रोक दिया था. लेकिन बाद में उन्होंने ये वादा तोड़ दिया. विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि किम उत्तर कोरिया की आबादी का विनाशकारी कोरोनावायरस के प्रकोप से ध्यान हटाने के लिए परमाणु परीक्षण योजनाओं को अभी और तेज कर सकते हैं.

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