असम में बाढ़ (Assam Floods 2024) की स्थिति में अभी भी गंभीर बनीं हुई है।
रविवार को और तीन लोगों की मौत की खबर है, हालांकि प्रभावित लोगों की संख्या में मामूली कमी आई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि 13 जिलों में 5,35,246 लोग अब भी बाढ़ से प्रभावित हैं। शनिवार को 10 जिलों में प्रभावित लोगों की संख्या 6,01,642 थी।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया, जिससे कई क्षेत्रों में प्रभावित हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। कोपिली, बराक और कुशियारा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ के कारण हैलाकांडी होजाई, मोरीगांव, करीमगंज, नागांव, कछार, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, कार्बी आंगलोंग पश्चिम और दीमा हसाओ जिलों में कुल 6,01,642 लोग प्रभावित हुए हैं।
बाढ़ और तूफान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हुई
अधिकारियों ने बताया कि 28 मई से अब तक बाढ़ और तूफान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। नागांव में सबसे ज्यादा 2.79 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए जबकि होजाई में 1,26,813 और कछार में 1,12,265 लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य में 40,000 से अधिक लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली है।
बचाव और राहत अभियान चलाया जा रहा
एनडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन और आम नागरिकों द्वारा बचाव और राहत अभियान चलाया जा रहा है। वहीं, मणिपुर में भारी बारिश से आई बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और राहत सामग्री प्रदान की गई है। सेना की स्पीयर कोर और असम राइफल्स के जवान राहत और बचाव कार्य में लगे हैं। खुमेन, लम्पक, नगरम और इंफाल सिटी में रविवार को लगभग ढाई हजार लोगों को भोजन और आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया गया।