मणिपुर के राहत शिविर में नौ साल की बच्ची के मृत मिलने से हड़कंप, यौन उत्पीड़न की आशंका; कई हिरासत में

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मणिपुर के चूड़चंदपुर जिले में एक राहत शिविर में शुक्रवार तड़के नौ साल की बच्ची मृत पाई गई। इससे अधिकारियों में हड़कंप मच गया।

बच्ची गुरुवार शाम से लापता थी। पुलिस ने बताया कि पूछताछ के लिए 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया
उधर, राज्य में विभिन्न अपराधों में शामिल पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है, इनमें से दो को असम से पकड़ा गया है। बच्ची के परिवार के लोग उसकी तलाश कर रहे थे। राहत शिविर में बच्ची का शव मिलने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

दुष्कर्म की आशंका
अधिकारी दुष्कर्म के पहलू की भी जांच कर रहे हैं और मौत के कारण तथा संभावित यौन उत्पीड़न का पता लगाने के लिए लड़की के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है।

बच्ची के गले समेत शरीर के कई अंगों पर जख्म के निशान
अधिकारियों के अनुसार, बच्ची के गले समेत शरीर के कई अंगों पर जख्म के निशान पाए गए हैं। इसके चलते अधिकारियों ने बच्ची से दुष्कर्म की आशंका जताई है।

सीएम ने जताया दुख
घटना की निंदा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मैं अज्ञात बदमाशों द्वारा लड़की की जघन्य हत्या की कड़ी निंदा करता हूं।

वहीं, मणिपुर के इंफाल पश्चिमी जिले में लिलोंग चाजींग ममांग लेइकाई से कांग्लेइपाक कम्युनिस्ट पार्टी (एमएफएल) के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि तीनों अपहरण के एक मामले में वांछित थे।

मणिपुर के दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया
इसके अलावा सैन्य गुप्तचर पर सक्रियता बरतते हुए पुलिस ने गुरुवार को असम के गुवाहाटी में फिरौती एवं हथियार संबंधी अपराधों में संलिप्त मणिपुर के दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया। ये दोनों कांग्लेइपाक कम्युनिस्ट पार्टी (पीपुल्स वार ग्रुप-केसीपी पीडब्ल्यूजी) के सदस्य हैं।

24 घंटे के दौरान हथियार एवं विस्फोटक बरामद
मणिपुर में विभिन्न भागों से पिछले 24 घंटे के दौरान हथियार एवं विस्फोटक बरामद किए गए। इस बीच, नागरिक समाज संगठनों ने घटना की निंदा की और पुलिस से गहन जांच करने तथा परिवार के लिए न्याय सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

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