भारतीय विमानन उद्योग को बम की धमकियों के कारण पिछले कुछ दिनों से व्यवधान का सामना करना पड़ रहा है।
इसके कारण सिर्फ एक सप्ताह में 114 उड़ानें प्रभावित हुई हैं। रविवार को 36 उड़ानों में बम की धमकी मिली। इनमें इंडिगो, विस्तारा, अकासा एयर, एअर इंडिया, एअर इंडिया एक्सप्रेस और डेल्टा की उड़ानें शामिल हैं। इन सभी कंपनियों की छह-छह उड़ानों को धमकी दी गई।
सुरक्षा प्रक्रियाएं अपनाई
विस्तारा की दिल्ली से फ्रैंकफर्ट, सिंगापुर से मुंबई, बाली से दिल्ली, सिंगापुर से दिल्ली, सिंगापुर से पुणे और मुंबई से सिंगापुर की उड़ानों को सुरक्षा संबंधी चेतावनी दी गई। विस्तारा के प्रवक्ता ने कहा कि प्रोटोकाल के अनुरूप सभी संबंधित अधिकारियों को तुरंत सूचित कर दिया गया है और उनके निर्देशानुसार सुरक्षा प्रक्रियाएं अपनाई जा रही हैं।
आठ उड़ानों में बम की धमकी मिली
अकासा एयर की अहमदाबाद से मुंबई, दिल्ली से गोवा, मुंबई से बागडोगरा, दिल्ली से हैदराबाद, कोच्चि से मुंबई और लखनऊ से मुंबई की उड़ानों को धमकी दी गई। अकासा एयर ने कहा कि निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन करते हुए और विमानों के गहन निरीक्षण के बाद उन्हें परिचालन की अनुमति दे दी गई है।रविवार को दिल्ली हवाई अड्डे को आठ उड़ानों में बम की धमकी मिली। इसके बाद उड़ानों की सुरक्षित लैंडिंग करवाई गई और उन्हें अलग में ले जाकर जांच की गई तो कोई विस्फोटक पदार्थ नहीं मिला।
ये धमकियां एक जैसी ही
सूत्रों के अनुसार, ये धमकियां ईमेल व एक्स के माध्यम से मिली हैं। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि ये धमकियां एक जैसी ही हैं। सिर्फ ईमेल में एयरलाइन का नाम बदल दिया जाता है। बताते चलें, इन फर्जी धमकियों से जहां विमानन कंपनियों को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है, वहीं यात्री भी परेशान हैं।
विमानों की आपात लैंडिंग
विमानों की आपात लैंडिंग करानी पड़ रही है या फिर उनका मार्ग बदलना पड़ रहा है। इससे हवाई अड्डों पर तैनात कर्मचारियों में भी अफरा-तफरी मच जाती है। विमानों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने का सिलसिला पिछले सोमवार से शुरू हुआ था। सोमवार को तीन और मंगलवार को सात उड़ानों को धमकी मिली।
झूठी धमकी देने की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम
बुधवार को 11 और गुरुवार को आठ विमानों को धमकी दी गई। शुक्रवार को किसी विमान को धमकी दिए जाने की पुष्टि नहीं हुई। शनिवार को 49 विमानों को उड़ाने की धमकी मिली थी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय बम की झूठी धमकी देने की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम लागू करने की योजना बना रहा है, जिसमें ऐसा करने वालों को नो-फ्लाई लिस्ट में डालना भी शामिल है।