गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री अमित शाह के आगे पंजाब के कई मसले रखें.
भारत-पाकिस्तान सीमा बाड़ के निकट किसानों की समस्याओं पर सहानुभूतिपूर्वक गौर करने का आग्रह किया. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, यहां गृह मंत्रियों के दो दिवसीय ”चिंतन शिविर” के दौरान, मान ने शाह से सीमा बाड़ और वास्तविक सीमा के बीच की दूरी को कम करने का आग्रह किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र के किसानों को इससे लाभ सुनिश्चित करने के मकसद से दूरी को मौजूदा एक किलोमीटर के बजाय घटाकर 150 से 200 मीटर तक किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इससे, एक ओर भूमि का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित होगा और दूसरी ओर देश की सुरक्षा भी मजबूत होगी.
एक अन्य मुद्दे को उठाते हुए, मान ने केंद्र से पठानकोट में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) का एक क्षेत्रीय केंद्र स्थापित करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि पठानकोट में एनएसजी केंद्र की स्थापना से पूरे उत्तरी क्षेत्र में किसी भी आतंकवादी गतिविधि से प्रभावी ढंग से निपटने में मदद मिलेगी. BSF का रीजनल हेडक्वार्टर बनाने की भी मांग रखी गई है. इससे उत्तर भारत के कई राज्यों को सहूलत मिलेगी. पंजाब को कैटेगरी A में रखने की भी मांग उठाई गई है.
दो दिनों के लिए आयोजित इस ‘चिंतन शिविर’ सम्मलेन में आज भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हिस्सा लेंगे. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मेलन को ऑनलाइन माध्यम से आज संबोधित करेंगे.
अधिकतर राज्यों में गृह विभाग राज्यों के मुख्यमंत्रियों के पास है. अधिकारियों ने बताया कि इस ‘चिंतन शिविर’ का उद्देश्य ‘विजन 2047′ और ‘पंच प्रण’ को लागू करने के लिए खाका तैयार करना है. जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से की थी.