ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि देने के लिए लंदन में अभी से लोग पहुंचने लगे हैं।
19 सितंबर को लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे में होने वाले अंतिम संस्कार में 500 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों समेत बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। इस बीच, मंगलवार को रायल एयरफोर्स के विशेष विमान से महारानी का ताबूत स्काटलैंड के एडिनबर्ग स्थित पैलेस आफ होलीरुड हाउस से लंदन ले लाया गया। महारानी का पार्थिव शरीर बुधवार शाम पांच बजे लंदन में वेस्टमिंस्टर हाल में रखा जाएगा, जहां लोग सोमवार यानी 19 सितंबर सुबह साढ़े छह बजे तक उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे।
इस बीच, ताजपोशी के बाद मंगलवार को उत्तरी आयरलैंड पहुंचे ब्रिटेन के नए राजा चार्ल्स तृतीय ने उत्तरी आयरलैंड के लोगों के कल्याण के लिए काम करते रहने का संकल्प लिया। किंग चार्ल्स तृतीय ने अपनी मां महारानी एलिजाबेथ को याद करते हुए कहा कि मैं अपना कर्तव्य लोगों के हित में करता रहूंगा। कहा, महारानी ने अपने कार्यकाल के शुरुआत में ही खुद को देश और लोगों के लिए समर्पित कर दिया, जिसका पालन वह जीवन भर करती रहीं।
उल्लेखनीय है कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन बीते आठ सितंबर की रात स्काटलैंड के बालमोरल कैसल में हो गया था। इसके बाद से ब्रिटेन के चारों भागों इंग्लैंड, स्काटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड में दिवंगत महारानी को श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम जारी है।
रूस, बेलारूस और म्यांमार को नहीं किया गया आमंत्रित
यूक्रेन संकट का असर महारानी के अंतिम संस्कार में भी दिखाई दे रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन पर हमला कर दुनिया भर के लिए संकट पैदा करने वाले रूस को 19 सितंबर को होने वाले महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार में आमंत्रित नहीं किया गया है। इसके साथ ही उसके घनिष्ठ सहयोगी बेलारूस और जुंटा शासित म्यांमार के प्रतिनिधिमंडल को भी नहीं बुलाया जाएगा।
पापुआ न्यू गिनी ने किंग चार्ल्स को घोषित किया नया राष्ट्र प्रमुख ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय यूके के साथ कई अन्य देशों की भी राष्ट्र प्रमुख थीं। इस संबंध में मंगलवार को पापुआ न्यू गिनी के संसद के बाहर हुए समारोह में महारानी की जगह किंग चार्ल्स तृतीय को देश का नया राष्ट्र प्रमुख घोषित किया गया। इस दौरान गवर्नर जनरल बाब डैडे और प्रधानमंत्री जेम्स मरापे मौजूद रहे।
भारतीय मूल के कलाकार श्रद्धांजलि के लिए बना रहे विशाल भित्ति चित्र
पश्चिमी लंदन में भारतीय मूल के दो कलाकार जिग्नेश और यश दिवंगत महारानी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए उनके एक विशाल भित्ति चित्र पर काम कर रहे हैं। यह पश्चिम लंदन के हाउंस्लो इलाके में दूर से दिखाई देगा। यह कलाकृति न केवल महारानी को श्रद्धांजलि अर्पित करेगी बल्कि यह एक ऐसी कला भी होगी जिसका ब्रिटेनभर में लोग आने वाले कई वर्षों तक आनंद उठाएंगे।