Russia Ukraine War: यूक्रेन के साथ जारी शांति वार्ता के बारे में मॉस्को के प्रमुख वार्ताकार ने साफ कर दिया है कि यूक्रेन में सैन्य अभियानों को कम करने का रूस का वादा युद्धविराम नहीं है.
इसके लिए कीव के साथ औपचारिक समझौते पर बातचीत को अभी और लंबा रास्ता तय करना है. रॉयटर्स के मुताबिक रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता में मॉस्को के प्रमुख वार्ताकार ने साफ कर दिया है कि कीव और उत्तरी यूक्रेन के आसपास सैन्य अभियानों को कम करने वाले वादे का मतलब युद्धविराम नहीं है. इसके लिए अभी कीव के साथ औपचारिक समझौते पर बातचीत को अभी लंबा रास्ता तय करना है. तुर्की में हुई बातचीत के बाद रूस ने कीव और उत्तरी यूक्रेन के आसपास हमले कम करने की बात कही थी.
यूक्रेन ने तुर्की में मंगलवार को रूस के साथ महीने भर से चले आ रहे संघर्ष को सुलझाने के लिए कई प्रस्ताव रखे, यूक्रेन, संघर्ष को सुलझाने के लिए कई कोशिश कर चुका है. इसके लिए उसने नाटो में शामिल होने की अपनी इच्छा को भी छोड़ देने का ऐलान किया है. रूस ने भी कहा है कि कीव के आसपास सैन्य गतिविधियों को कम करेगा.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने मंगलवार को कहा कि रूस के साथ शांति वार्ता के संकेतों को सकारात्मक कहा जा सकता है, उन्होंने देर रात को संबोधित करते हुए कुछ क्षेत्रों में रूसी सैन्य कार्रवाई में कमी के बारे में आगाह किया. इस दौरान उन्होंने ये भी साफ किया कि कहा कि यूक्रेन अपने रक्षात्मक प्रयासों में ढील नहीं देगा.
संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई किस्लिट्स्या ने कहा कि इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के बीच नए दौर की वार्ता यह दिखा रही है कि मॉस्को आगे बढ़ने के लिए तैयार हो सकता है. हालांकि यह अभी भी एक स्थायी युद्धविराम और डी-एस्केलेशन नहीं है, इसके लिए एक लंबा रास्ता तय करना है,”
यूएनएससी की बैठक में यूक्रेन ने एक बार फिर से युद्ध पर विराम लगाने की मांग की. यूक्रेन के प्रतिनिधि ने कहा, हम मांग करते हैं कि रूस यूक्रेन के खिलाफ आक्रामकता को रोके. साथ ही मानवीय परिणाम के सभी प्रावधानों को तुरंत और बिना शर्त लागू करे. जिससे संकटग्रस्त इलाकों में मानवीय पीड़ा को कम किया जा सके.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की गुरुवार शाम ऑस्ट्रेलिया की संसद को वीडियो के माध्यम से संबोधित करेंगे. रोजगार मंत्री स्टुअर्ट रॉबर्ट ने गुरुवार सुबह संसद को बताया कि ज़ेलेंस्की शाम 5.30 बजे (0730 GMT) वीडियो के जरिए भाषण देंगे.
अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ( डिप्टी एनएसए) दलीप सिंह इस सप्ताह भारत दौरे पर आने वाले हैं. उनकी यात्रा ऐसे वक्त होने वाली है, जब रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भी दिल्ली के दौरे पर होंगे. यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस के खिलाफ अमेरिका के प्रतिबंधात्मक कदमों में दलीप सिंह की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जाता है.
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भारत की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, जो रूसी वस्तुओं के सबसे बड़े खरीदारों में से एक है. नई दिल्ली ने यूक्रेन में तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया है लेकिन मॉस्को की सैन्य कार्रवाई की निंदा करने से इनकार कर दिया है. भारत ने युद्ध पर संयुक्त राष्ट्र के कई प्रस्तावों पर मतदान से भी परहेज किया है.
व्हाइट हाउस ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह नई दिल्ली की यात्रा करेंगे और यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध पर चर्चा करेंगे. साथ ही वो और हिंद-प्रशांत के लिए एक आर्थिक ढांचा विकसित करने के लिए सरकारी अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात की और रूस तथा यूक्रेन के बीच ‘‘सैन्य संघर्ष” को स्थायी रूप से खत्म करने एवं इस मुद्दे के कूटनीतिक समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया. प्रधानमंत्री कार्यालय से मंगलवार को जारी एक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री खान को जेलेंस्की का फोन आया था और दोनों नेताओं ने युद्धग्रस्त पूर्वी यूरोपीय देश में बदलते हालात पर चर्चा की.