Russia-Ukraine crisis: रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव और जमीन पर सैन्य गतिविधियों के तेज होने के बाद युद्ध का खतरा लगातार गहराता जा रहा है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने गुरुवार को कहा कि रूस आने वाले दिनों में “यूरोप में एक बड़ा युद्ध” शुरू कर सकता है.
वहीं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) तीन दिनों में दूसरी बार आपात बैठक बुलाने जा रही है.
राजनयिक सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव और जमीन पर सैन्य गतिविधियों के तेज होने के कारण बुलाई जा रही है. आइए जानते हैं रूस और यूक्रेन संकट से जुड़ी 10 बड़ी बातें:
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने गुरुवार को कहा कि रूस आने वाले दिनों में “यूरोप में एक बड़ा युद्ध” शुरू कर सकता है. साथ ही रूस के लोगों से हमले का विरोध करने का आग्रह किया है.
आधी रात के तुरंत बाद प्रसारित एक संबोधन में जेलेंस्की ने कहा कि रूस “किसी भी दिन” यूक्रेन पर हमला कर सकता है. उन्होंने रूस के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसा होता है तो यह आप पर निर्भर करता है.”
रूस-यूक्रेन संकट को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद तीन दिनों में दूसरी बार आपात बैठक बुलाने जा रही है. राजनयिक सूत्रों के मुताबिक, बैठक जमीन पर सैन्य गतिविधियों के बढ़ने के कारण बुलाई जा रही है.
सूत्रों के मुताबिक, बैठक के लिए बुधवार को यूक्रेन ने अनुरोध किया था, जिसे सुरक्षा परिषद के पश्चिमी सदस्यों का समर्थन हासिल था.
बैठक का अनुरोध करने वाले पत्र में संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई किस्लिट्स्या ने रेखांकित किया कि रूसी हमले का तत्काल खतरा है और पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादियों ने रूस से सैन्य सहायता मांगी है.
यूरोपीय संघ ने रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और सैन्य प्रमुखों पर प्रतिबंध लगाए हैं. ईयू ने रूस की सेना, नौसेना और वायु सेना के कमांडरों, क्रेमलिन के चीफ ऑफ स्टॉफ, सरकारी टेलीविजन चैनल आरटी के प्रमुख और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता पर संपत्ति फ्रीज करने और वीजा प्रतिबंध लगाए गए हैं.
रूस द्वारा यूक्रेन के खिलाफ व्यापक हमले की तैयारी से बढ़ती चिंताओं के बीच फ्रांस ने बुधवार को अपने नागरिकों से “बिना देरी किए” यूक्रेन छोड़ने का आह्वान किया है.
पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि डोनेट्स्क और लुहान्स्क के अलगाववादी नेताओं ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अलग-अलग पत्र भेजकर उनसे यूक्रेन की आक्रामकता को दूर करने में मदद करने के लिए कहा है. यह घोषणा रूसी सेना के यूक्रेन में घुसने का रास्ता खोलती है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषणा की है कि यूक्रेन के खिलाफ मास्को के बढ़ते सैन्य दबाव के बाद अमेरिका ने रूसी नॉर्ड स्ट्रीम 2 प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना पर प्रतिबंध लगा दिया है.
यूक्रेन की संसद ने बुधवार को राष्ट्रीय आपातकाल लागू कर कर दिया है. जिसका उद्देश्य रूसी आक्रमण के खतरे का जवाब देने में मदद करना है. जिस दिन मास्को ने अपने कीव दूतावास को खाली करना शुरू किया, उसी दिन इस उपाय को मंजूरी दे दी गई.
ब्रिटेन ने चेताया है कि वह यूक्रेन पर आक्रमण की स्थिति में रूस पर कुछ और प्रतिबंध लगाएगा. ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रूस ने कहा कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा संसद में पांच रूसी बैंकों और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से जुड़े तीन अरबपतियों के खिलाफ घोषित प्रतिबंध गंभीर किस्म के हैं लेकिन कुछ और उपाय अभी सुरक्षित रखे गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र ने यूक्रेन और रूस के बीच बढ़ते संकट को लेकर बुधवार को गहरी चिंता व्यक्त की और सभी पक्षों से तनाव कम करने के लिए वार्ता के मार्ग पर लौटने का आग्रह किया. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने यूक्रेन को लेकर हुई संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में कहा कि जमीनी स्तर पर तनाव और बढ़ने समेत यूक्रेन संबंधी हालिया घटनाक्रम बड़ी चिंता का विषय है.
रूस के ऊपरी सदन फैडरेशन काउंसिल ने पुतिन को दो अलग-अलग यूक्रेनी क्षेत्रों में “शांतिरक्षकों” को तैनात करने की सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी, जिन्हें अब मास्को द्वारा स्वतंत्र माना जाता है.