यूक्रेन के समर्थन में आए पश्चिमी देशों को रूस ने दिया संदेश, शुरू किया तीसरे चरण का सामरिक परमाणु हथियारों का अभ्यास
यूक्रेन के पक्ष में पश्चिमी गोलबंदी के बीच रूस ने बुधवार को तीसरे चरण का सामरिक परमाणु हथियारों का अभ्यास शुरू कर दिया।
इस युद्धाभ्यास के जरिये क्रेमलिन पश्चिमी बलों के यूक्रेन के समर्थन को सीमित करने का संदेश देना चाहता है। इसके साथ ही इसका उद्देश्य नाटो देशों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने की चेतावनी भी देना है।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने क्या कहा?
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अभ्यास का उद्देश्य युद्ध अभियानों के लिए सैनिकों की तैयारी बनाए रखना है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सैन्य अभ्यास का उद्देश्य इस्कंदर मिसाइलों के साथ मध्य और दक्षिणी जिलों की सेना की एकता को दर्शाना है। वे भंडारण से परमाणु हथियार प्राप्त करने और उन्हें लक्षित प्रक्षेपण क्षेत्रों में तैनात करने का अभ्यास करेंगे।
युद्धाभ्यास में शामिल होंगी वायुसेना की भी इकाइयां
युद्धाभ्यास में वायुसेना की इकाइयां भी शामिल होंगी जो अपने युद्धक विमानों को परमाणु हथियारों से लैस करेंगी और गश्ती उड़ानें संचालित करेंगी। सामरिक परमाणु हथियारों में बम, कम दूरी की मिसाइलों के लिए हथियार और तोपखाने के हथियार शामिल हैं।
मई और जून में भी किए गए थे युद्ध अभ्यास
इससे पहले दो चरणों में मई और जून में युद्ध अभ्यास आयोजित किए गए थे। इसमें जून में उसकी सेनाओं ने सहयोगी देश बेलारूस के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास किया था। इस बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध में लड़ने वाले वालंटियरों का अग्रिम भुगतान दोगुना करने की घोषणा की।
यूक्रेन ने विफल किया रूस का बड़ा हमला, मार गिराए 89 ड्रोन
यूक्रेन की वायुसेना ने बुधवार को कहा कि उसने रूस के सबसे बड़े हमलों में से एक को विफल कर दिया है। कहा, कीव और उसके आसपास के क्षेत्रों को लक्ष्य कर रात में लंबी दूरी के 89 ड्रोन लांच किए गए, लेकिन उसने सभी को नष्ट कर दिया। इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ है।
सैन्य जासूसी एजेंसी के प्रवक्ता एंडी युसोव ने टेलीविजन पर दी गई अपनी टिप्पणी में कहा कि रूस द्वारा लांच ड्रोनों में अधिक संख्या पहले प्रयोग किए गए ड्रोनों की थी।