हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन जैसी स्थिति बन गई है।
राज्य में ब्यास नदी उफान पर है। वहीं, सोलन के जादोन गांव में बादल फटने से सात लोगों की मौत और लोग तीन लोग लापता हो गए हैं। बाढ़ की वजह से जिले में गौशाला और दो घर बह गए। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने राज्य में ‘येलो’ अलर्ट जारी करते हुए सोमवार को भारी बारिश की संभावना जताई है।
बादल फटने से घरों में घुसा मलबा
धर्मपुर की तनयाहड पंचायत के नल्याणा में मकान में मलवाल प्रवेश कर जाने की वजह से तीन लोगों के दबने की सूचना है। वहीं, नाहन के कंडईवाला में रविवार देर शाम को बादल फटने से 50 घरों में मलबा भर गया है।
बारिश की वजह से स्कूलों और कॉलेजों को किया गया बंद
राज्य सरकार ने लगातार हो रही भारी बारिश के कारण भूस्खलन के कारण पिछले 24 घंटों में कई सड़कें अवरुद्ध होने के कारण राज्य के सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने की घोषणा की है। आईएमडी के अनुसार, आज पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
भारी बारिश की वजह से आवाजाही ठप
बा के विभिन्न क्षेत्रों में रविवार शाम से रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते हुए भूस्खलन से मुख्य सहित कई लिंक मार्ग बंद हो गए हैं। मार्ग बंद होने से वाहनों की आवाजाही भी ठप हो गई है। भूस्खलन के कारण नूरपुर लाहडू मार्ग बंद है। इसके अलावा लाहडू सिहुंता मार्ग, लाहडू चुवाड़ी मार्ग,चुवाड़ी जोत मार्ग, लाहडू तुनुहट्टी ककीरा , कटोरी बंगाल दुनेरा मार्ग बंद। चंबा सिल्लाघराट मार्ग बंद। जिस कारण जगह,जगह मार्ग में वाहन भी फंसे हुए हैं। बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है।
धुंध के आगोश में कई क्षेत्र
चुराह, सलूनी सहित जिला का पहाड़ी क्षेत्र पूरी तरह से धुंध के आगोश में है। उधर जिला प्रशासन ने खराब मौसम में लोगों से घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। साथ ही वाहन चालकों को भी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वाहन ले जाने की बात कही है।