साल 2021 के अंतिम शनि अमावस्या (Shani Amavasya 2021) पर सूर्य ग्रहण का विशेष संयोग बन रहा है.
सभी 12 अमावस्या ( Amavasya) में शनि अमावस्या (Shani Amavasya 2021) सबसे खास मानी जाती है. सूर्य ग्रहण हिंदी पंचांग के अनुसार, इस दिन मार्गशीर्ष माह की अमावस्या तिथि और शनिवार का दिन पड़ रहा है. इस साल का आखिरी ग्रहण 04 दिसंबर 2021 को लगने जा रहा है, जो सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू होकर दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा. मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या में लगने वाले सूर्य ग्रहण का काफी महत्व होता है. सूतक न होने के चलते मंदिर खुले रहेंगे. घर व मंदिरों में पूजा पाठ चलते रहेंगे.
सूर्य ग्रहण का समय
- सूर्य ग्रहण की तिथि: 4 दिसंबर, शनिवार.
- सूर्य ग्रहण का आरंभ: प्रातः10:59 बजे से,
- सूर्य ग्रहण समाप्त: दोपहर 03:07 मिनट पर.
शनि अमावस्या तिथि और समय
- अमावस्या आरंभ: दोपहर 04:55 से (3 दिसंबर, शुक्रवार).
- अमावस्या समाप्त : प्रातः 01: 12 मिनट तक (4 दिसंबर, शनिवार).
इस मंत्र का करें जाप
शनिदेव के प्रकोप को शांत करने के लिए यह मंत्र काफी प्रभावी माना जाता है. शनिदेव को समर्पित इस मंत्र को श्रद्धा के साथ जपने से निश्चित रूप से आपको लाभ मिल सकता है.
सूर्य पुत्रो दीर्घ देहो विशालाक्ष: शिव प्रिय:।
मंदाचाराह प्रसन्नात्मा पीड़ां दहतु में शनि:।।
इस दिन भूल कर भी न करें ये कार्य
सूर्य ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है, इसलिए कोशिश करें इस काल में कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य की शुरूआत न करें.
सूर्य ग्रहण के दौरान धारदार चीजों जैसे चाकू, कैची आदि का प्रयोग करने से बचें.
सूर्य ग्रहण के दौरान दाढी और बाल भी नहीं कटवाने चाहिए.
इस साल सूर्य ग्रहण के साथ शनिश्चरी अमावस्या का भी संयोग बन रहा है, इस दिन लोहा, सरसों का तेल, काली उरद और काले रंग के कपड़ों को खरीद कर घर नहीं लाना चाहिए. इस दिन इन चीजों का दान करने से शनिदोष दूर होता है.
सूर्य ग्रहण के काल में न तो खाना खाना चाहिए और न ही खाना बनाना चाहिए. पहले से बने हुए खाने में तुलसी पत्र डाल कर ढक कर रख दें और ग्रहण के बाद स्नान करके ही खाए.
ग्रहण के काल में घर से बाहर निकलना शुभ नहीं माना जाता है. इस दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से बाहर नहीं निकलना चाहिए.