दिल्ली के श्रद्धा वालकर मर्डर केस में पुलिस सबूत जुटाने को लेकर लगातार मेहनत कर रही है. शनिवार को भी दिल्ली पुलिस की टीम ने महरौली के जंगल में तलाशी ली.
पुलिस को वहां इंसानी शरीर के हिस्से जैसे दो पार्ट्स मिले हैं, जिसको जांच के लिए भेजा गया है कि क्या ये हिस्से श्रद्धा के शव के हैं.
श्रद्धा वालकर हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस परत दर परत सुलझाने की कोशिश कर रही है. पुलिस इस मामले को आने वाले समय में सुलझाने का दावा जरूर कर रही है. लेकिन कानून के जानकारों का मानना है कि सबूतों के अभाव में ऐसा कर पाना उतना आसान भी नहीं होने वाला है.
हालांकि शुक्रवार को दिल्ली की साकेत कोर्ट ने श्रद्धा हत्याकांड मामला में आरोपी आफताब पूनावाला का पांच दिन के अंदर नार्को टेस्ट कराने की इजाजत भी दी है. इस दौरान अदालत ने यह भी आदेश दिए कि आरोपी आफताब पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल ना किया जाए. वहीं आफताब ने भी नार्को टेस्ट के लिए अपनी रजामंदी दे दी है.
शनिवार को ही आरोपी आफताब का एक वीडियो भी सामने आया है. इसमें उसे सुबह-सुबह बैग लेकर अपने घर के बाहर घूमते हुए देखा गया था. 18 अक्टूबर को रिकॉर्ड किए गए सीसीटीवी फुटेज से इसका खुलासा हुआ है. ऐसा संदेह है कि वह श्रद्धा के शरीर के अंगों को ले जा रहा था. पुलिस फुटेज की पुष्टि करने की कोशिश कर रही है. यह इस भयावह हत्याकांड में सामने आने वाला पहला सीसीटीवी फुटेज है.
इस मामले की जांच के दौरान श्रद्धा वालकर के पुराने दोस्तों के द्वारा किए जा रहे खुलासे भी हैरान करने वाले हैं. शुक्रवार को ऐसे ही एक खुलासे में श्रद्धा और उसके ऑफिस के मैनेजर के बीच हुए चैट के स्क्रीनशॉर्ट्स सामने आए थे. और अब इस मामले में श्रद्धा के एक और दोस्त ने बड़ा खुलासा किया है. करण श्रद्धा के साथ मुंबई में मार्च 2021 तक साथ काम करता था.
करण ने श्रद्धा के बारे में बताया कि श्रद्धा आम तौर पर ऑफिस में खुश रहती थी, लेकिन जब-जब घर पर आफताब से उसकी लड़ाई होती थी, तो वो दूसरों से खुद को अलग कर लेती थी, ताकि उसे किसी से झूठ ना बोलना पड़े. मैं तो सपने में भी नहीं सोच सकता कि आफताब उसके साथ ऐसा कुछ करेगा.
आरोपी आफताब पूनावाला ने कथित तौर पर 18 मई को 27 वर्षीय श्रद्धा वालकर का गला घोंट दिया था और उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए थे, जिसे उसने दक्षिणी दिल्ली के महरौली में अपने निवास पर लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर के फ्रिज में रखा और फिर आधी रात को शहर भर में फेंक दिया.