पटना के गांधी मैदान में सुबह 4 बजे जमकर हंगामा, जबरन हिरासत में लिए गए प्रशांत किशोर

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जनसुराज पार्टी के मुखिया प्रशांत किशोर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांग को लेकर लगातार चार दिन से आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर को तड़के 4 बजे पुलिस अपने साथ ले गई.

उन्‍होंने बताया कि प्रशांत किशोर समेत सभी लोग सो रहे थे, तभी कुछ पुलिसवाले आए और सबको जगाया. प्रशांत किशोर को कहा गया, चलिए. आपको हमारे साथ चलना है. इस पर जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया, तो पुलिस ने जबरदस्‍ती उन्‍हें घटना स्‍थल से उठा दिया. इससे पहले प्रशांत किशोर पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप लगा था. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज की थी.

BPSC विवाद में अब तक क्‍या-क्‍या हुआ…?
बीपीएससी द्वारा 13 दिसंबर को आयोजित एक संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए सैकड़ों अभ्यर्थियों ने शहर के बापू परीक्षा केंद्र में संचालित परीक्षा का बहिष्कार किया.इसपर आयोग ने 12000 उम्मीदवारों के लिए फिर से परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया था. इस आदेश के तहत अभ्यर्थियों को चार जनवरी को शहर के विभिन्न केंद्रों पर नए सिरे से आयोजित की जाने वाली परीक्षा में शामिल होने के लिए कहा गया था.

हालांकि, आयोग का मानना ​​है कि बिहार के शेष 911 केंद्रों पर परीक्षा ठीक से आयोजित की गई. BPSC उम्मीदवारों के एक वर्ग ने ‘समान अवसर’ सुनिश्चित करने के लिए सभी केंद्रों के लिए फिर से परीक्षा का आदेश दिये जाने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया.आंदोलनकारी अभ्यर्थियों को कुछ दिनों बाद ही विभिन्न राजनीतिक दलों, निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर का समर्थन मिलना शुरू हो गया.

प्रदर्शनकारियों ने यह भी दावा किया कि उन्होंने अधिकारियों को ‘सबूत’ मुहैया कराए हैं कि कदाचार व्यापक रूप से हुआ था और यह केवल बापू परीक्षा केंद्र तक सीमित नहीं था. ये अभ्यर्थी मांग कर रहे हैं कि राज्य भर में 900 से अधिक केंद्रों पर उपस्थित सभी पांच लाख उम्मीदवारों के लिए नए सिरे से परीक्षा आयोजित की जाए.28 दिसंबर को बीपीएससी की पुन:परीक्षा में 5,943 छात्र शामिल हुए.

बीपीएससी ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि पुन:परीक्षा सभी केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से हुई और किसी भी तरह की गड़बड़ी की कोई सूचना नहीं है.29 दिसंबर को प्रशांत किशोर अपने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ गांधी मैदान पहुंचे और विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए, तो हंगामा शुरू हो गया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. 2 जनवरी को प्रशांत किशारे अपने कार्यकर्ताओं के साथ पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठ गए थे. उन्‍होंने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से भी समर्थन मांगा.

हिरासत में भी PK का अनशन जारी
जनसुराज पार्टी के सदस्‍यों का कहना है कि प्रशांत किशोर को प्रदर्शन स्‍थल से जरूर उठा लिया गया है, लेकिन उनका आमरण अनशन जारी रहेगा. प्रशांत किशोर को पुलिस पटना AIIMS लेकर गई. उन्हें सभी लोगों से अलग कर दिया गया. एम्‍स में प्रशांत किशोर ने किसी भी तरह का इलाज कराने से मना कर दिया है और अपना अनशन जारी रखा है. प्रशांत किशोर को पुलिस पटना AIIMS से निकाल कर नौबतपुर पहुंच चुकी है.

बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर प्रशांत किशोर पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे थे. उन्होंने रविवार को कहा कि बिहार में एक नया संगठन युवा सत्याग्रह समिति बनी है. उन्होंने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि इसमें सभी पार्टी और विचारधारा के छात्र हैं. बता दें कि पिछले वर्ष 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में प्रदेश की राजधानी पटना के बापू भवन परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह फैल गई थी, इसके बाद सैकड़ों उम्मीदवारों ने विरोध दर्ज कराने के लिए परीक्षा का बहिष्कार भी किया था.

इसके बाद बीपीएससी ने बापू परीक्षा परिसर में फिर से परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया. इसे लेकर शनिवार को पटना के कई केंद्रों में पुनर्परीक्षा भी आयोजित की गई. दूसरी तरफ बड़ी संख्या में अभ्यर्थी पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं.

पटना के 22 केंद्रों पर दोबारा आयोजित बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा
बिहार की राजधानी पटना के 22 केंद्रों पर शनिवार को दोबारा आयोजित बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई. बीपीएससी की गत 13 दिसंबर को आयोजित 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा को अराजकता के बाद पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर रद्द कर दिया गया था. इसके बाद इस केंद्र के अभ्यर्थियों के लिए फिर से पटना के 22 केंद्रों पर प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया गया. दोबारा आयोजित यह परीक्षा दोपहर 12 बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई और दोपहर दो बजे संपन्न हो गई. बीपीएससी ने 13 दिसंबर को कथित अनियमितताओं के बाद केवल बापू परीक्षा केंद्र के अभ्यर्थियों के लिए इस परीक्षा को फिर से कराए जाने की घोषणा की थी.

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