नासा एस्ट्रोनॉट्स सुनीता विलियम्स (Sunita Williams Cast Vote) और बुच विल्मोर (Butch Wilmore) अंतरिक्ष में फंसे हैं। इस साल जून के पहले हफ्ते में बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट सुनीता और बुच को अंतरिक्ष में ले गया था।
नासा ने जानकारी दी है कि फरवरी 2025 में दोनों फंसे हुए अंतरिक्ष यात्रियों को वापस पृथ्वी पर लेकर आएगा। वहीं, 5 नवंबर को अमेरिका में राष्ट्रपति (US Election) चुनाव होना है। गौरतलब है कि दोनों अमेरिकी एस्ट्रोनॉट्स भी वोटिंग प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे।
दोनों एस्ट्रोनॉट्स डालेंगे वोट
शुक्रवार को स्पेस से दोनों एस्ट्रोनॉट्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। मीडिया से बातचीत करते हुए बुच विलमोर ने कहा, मैंने आज ही अपना बैलेट भेजने की प्रक्रिया शुरू की है। यह एक महत्वपूर्ण ड्यूटी है और नासा सुनिश्चित करता है कि हम मतदान कर सकें। सुनीता विलियम्स ने भी कहा कि वो भी वोटिंग के लिए उत्साहित हैं।
समझें पूरा प्रोसेस
साल 1997 से ही नासा के एस्ट्रोनॉट्स, स्पेस स्टेशन से चुनाव में वोटिंग करते आए हैं। स्पेस स्टेशन में मौजूद ऑर्बिटिंग लैबोरेट्री से एस्ट्रोनॉट्स इलेक्ट्रॉनिक बैलट के जरिए वोटिंग करते आए हैं। सैटेलाइट फ्रीक्वेंसी के जरिए इलेक्ट्रॉनिक मतपत्रों को स्पेस स्टेशन भेजा जाता है, जिसके बाद एस्ट्रोनॉट्स वोट डालते हैं।
इसके बाद वापस इलेक्ट्रॉनिक मतपत्रों को पृथ्वी पर भेजा जाता है। इन वोटों को ह्यूस्टन में नासा के मिशन कंट्रोल सेंटर में भेजे जाने से पहले एन्क्रिप्ट किया जाता है। इसके बाद उपयुक्त काउंटी क्लर्क के पास भेज दिया जाता है।
किस अंतरिक्ष यात्री ने सबसे पहले स्पेस स्टेशन से डाला था वोट?
साल 1997 में, टेक्सास के सांसदों ने एक कानून बनाया जिसके तहत नासा के अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में रहते हुए भी मतदान कर सकते थे। डेविड वुल्फ पहले व्यक्ति थे जिन्होंने मीर स्पेस स्टेशन से वोट डाला था।