खतरनाक दौर में पहुंचा यूक्रेन-रूस युद्ध, पोलैंड ने अपने सभी मिग-29 फाइटर जेट यूक्रेन को देने का किया ऐलान, US ने जताई चिंता
रूस और यूक्रेन के बीच जंग का आज 14वां दिन है. ये जंग अब खतरनाक दौर में पहुंच गया है. अमेरिका ने जहां रूस से तेल और गैस आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है.
वहीं पोलैंड ने अपने सभी मिग-29 फाइटर जेट यूक्रेन को देने का ऐलान किया है, ताकि रूस के खिलाफ जंग लड़ी जा सके. हालांकि, अमेरिका ने कहा है कि पोलैंड का यह कदम चिंता पैदा करने वाला है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, अमेरिका ने यूक्रेन के लिए रूस निर्मित लड़ाकू विमान देने के पोलैंड के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है.
हालांकि, रूसी आक्रमण को विफल करने के लिए अमेरिका पोलैंड में 2 Patriot missiles तैनात करेगा. यूएस यूरोपियन कमांड के एक प्रवक्ता ने मंगलवार रात अमेरिकी टीवी चैनल CNN से कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका पोलैंड को दो पैट्रियट मिसाइल बैटरी भेज रहा है ताकि रूस के यूक्रेन पर चल रहे आक्रमण के दौरान अमेरिका और नाटो सहयोगियों के लिए किसी भी संभावित खतरे का मुकाबला करने के लिए “रक्षात्मक तैनाती” हो सके. पैट्रियट्स वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली हैं, जिसे आने वाली कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों, उन्नत विमानों और क्रूज मिसाइलों का मुकाबला करने और नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
इसबीच, रूस ने बुधवार को सुमी, खार्किव, मारियोपोल, चेर्नीहीव, जापोरिजा शहरों में सीज़फायर की घोषणा की है, ताकि युद्ध में फंसे नागरिकों को वहां से निकाला जा सके. उधर, अमेरिका ने कहा है कि रूस और बेलारूस पर पश्चिमी प्रतिबंधों की अवहेलना करने वाली चीनी कंपनियों पर तालाबंदी की कार्रवाई की जा सकती है. अमेरिकी वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी.
इन सबके बीच, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस आज यूक्रेन के पड़ोसी देशों पोलैंड और रोमानिया के दौरे पर जा रही हैं. व्हाइट हाउस द्वारा शुक्रवार की घोषणा के अनुसार, हैरिस की यात्रा 11 मार्च तक चलेगी और इसमें वारसॉ और बुखारेस्ट में उनके स्टॉप भी शामिल होंगे.
वह रूसी आक्रमण के मद्देनजर दोनों देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगी और इस बात पर चर्चा करेंगी कि कैसे अमेरिका यूक्रेन के पड़ोसी देशों का समर्थन कर सकता है. जो बाइडेन प्रशासन यूक्रेन और नाटो के सहयोगियों का समर्थन करता रहा है.
बता दें कि 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण शुरू किया था. तब से अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जापान, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया सहित दर्जनों देशों ने रूस के खिलाफ कड़े आर्थिक प्रतिबंध और यात्रा प्रतिबंध लगाए हैं