अमेरिकी सेना ने पूर्वी सीरिया में ईरान समर्थित समूहों से जुड़े दो स्थानों पर हवाई हमले किए। पेंटागन और अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, इसमें एक ट्रेनिंग लोकेशन और एक
हथियार सुविधा को निशाना बनाया गया है।
इराक और सीरीया में अमेरिकी सैनिकों के ठिकानों पर बढ़ते हमलों की संख्या के मद्देनजर अमेरिका ने आतंकवादियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की। बता दें कि यह हमला दो हफ्ते में तीसरी बार किया गया है।
अबुकामा और मायादीन के पास के ठिकानों को बनाया गया निशाना
एक बयान में, रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि हमलों में अबुकामा और मायादीन के पास के ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इनका इस्तेमाल ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर के साथ-साथ ईरान समर्थित मिलिशिया द्वारा किया गया था। ऑस्टिन ने कहा, ‘राष्ट्रपति के पास अमेरिकी कर्मियों की सुरक्षा से बढ़कर कोई प्राथमिकता नहीं है और उन्होंने आज की कार्रवाई से यह स्पष्ट करने का निर्देश दिया कि संयुक्त राज्य अमेरिका अपनी, अपने कर्मियों और अपने हितों की हमेशा रक्षा करेगा।’
आतंकवादी समूहों ने किए 50 हमले
समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक, इराक में इस्लामिक प्रतिरोध की छत्रछाया में सक्रिय आतंकवादी समूहों ने 17 अक्टूबर से इराक और सीरिया में अमेरिकी कर्मियों के आवास ठिकानों पर लगभग 50 हमले किए हैं। इसी दिन
गाजा के अस्पताल में एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ था, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और कई मुस्लिम देशों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
इजरायल का समर्थन करने वालों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई
उल्लेखनीय है कि, 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल में हमास के विनाशकारी हमलों के प्रतिशोध में इजरायली सेना ने गाजा पर लगातार हमला किया है। वहीं, कई समूहों ने हमास के खिलाफ युद्ध में इजरायल का समर्थन करने के लिए अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है। पेंटागन के मुताबिक, सीरिया और इराक में हुए हमलों में करीब 56 अमेरिकी कर्मी घायल हुए हैं, लेकिन सभी ड्यूटी पर लौट आए हैं।