रूसी सेना यूक्रेन में भयंकर तबाही मचा रही है. हमले को लेकर अमेरिका सहित कई पश्चिमी देश रूस का विरोध कर रहे हैं.
अमेरिका ने रूस पर कई आर्थिक प्रतिबंध भी लगाए हैं. साथ ही युद्ध को देखते हुए अमेरिका यूक्रेन को मदद भी पहुंचा रहा है. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को यूक्रेन के लिए 80 करोड़ डॉलर के नए सैन्य सहायता पैकेज की घोषणा की.
इनमें हथियार, गोला-बारूद, बख्तरबंद कर्मियों के वाहक और हेलीकॉप्टर जैसे मदद शामिल हैं. बाइडेन ने एक बयान में कहा, “सहायता के इस नए पैकेज में कई अत्यधिक प्रभावी हथियार प्रणालियां शामिल होंगी, जो हमने पहले ही प्रदान की हैं.
यूक्रेनी राष्ट्रपति के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने कहा कि “रूस के ब्लैक सी बेड़े के प्रमुख मोस्व्का के लिए एक आश्चर्य है.”
उन्होंने एक यूट्यूब प्रसारण के दौरान कहा, “यह अभी तक जोर से जल रहा है. इस तूफानी समुद्र के साथ यह अज्ञात है कि क्या वे सहायता प्राप्त कर पाएंगे. चालक दल के 510 सदस्य हैं.” साथ ही उन् होंने कहा, “हमें समझ नहीं आया कि क्या हुआ.”
वहीं ब्रिटिश सरकार ने यूक्रेन के दोनेत्स्क एवं लुशांक के तथाकथित जन गणतंत्रों के शासन प्रमुख तथा स्वयंभू प्रधानमंत्री सहित अलगाववादियों पर और 178 प्रतिबंध लगाने की बुधवार को घोषणा की. यह कदम बृहस्पतिवार को ब्रिटिश संसद में एक पूरक विधान लाने से पहले उठाया गया है. इस कदम के तहत लोहा एवं इस्पात उत्पादों के आयात तथा विलासिता की वस्तुओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया जाएगा.
प्रतिबंधों की नयी सूची में जिन व्यक्तियों को शामिल किया गया है उनमें दोनेत्स्क एवं लुशांक जन गणतंत्रों के तथाकथित स्वयंभू प्रधानमंत्री और शासन प्रमुख शामिल हैं. प्रतिबंधों में रूसी तेल कंपनियों के मालिकों के परिवार के सदस्यों को भी निशाना बनाया गया है.
ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस ने कहा, ‘‘पूर्वी यूक्रेन में वीभत्स रॉकेट हमले के मद्देनजर हमने आज उन लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया, जिनकी यूक्रेनी लोगों के खिलाफ अत्याचार में मिलीभगत है. हम उन सभी को निशाना बनाना जारी रखेंगे जिन्होंने (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन के युद्ध में सहयोग किया है.”