यूक्रेन-रूस युद्ध पर भारत का जो रुख है, उसके प्रति अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नाराजगी जताई है.
सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि यूक्रेन पर रूस के हमले पर भारत का रुख कुछ हद तक अस्थिर रहा है.
साथ ही बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ संयुक्त मोर्चे के लिए नाटो, यूरोपीय संघ और प्रमुख एशियाई भागीदारों सहित अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन की सराहना की है और कहा कि NATO इससे पहले कभी भी इतना ताकतवार और एकजुट नहीं रहा जितना आज है.
वाशिंगटन में अमेरिकी व्यापार जगत के नेताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए, बाइडेन ने कहा कि “पूरे नाटो और प्रशांत क्षेत्र में एक संयुक्त मोर्चा था.
जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा कि क्वाड सहयोगियों (Quad Countries) में संभावित अपवाद के साथ भारत इसमें से कुछ पर अस्थिर है.
लेकिन जापान और ऑस्ट्रेलिया बेहद मजबूत रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ये अनुमान नहीं लगाया होगा कि यूक्रेन पर उनके आक्रमण की वैश्विक प्रतिक्रिया में नाटो और पश्चिमी सहयोगी साथ आ जाएंगे.
बता दें कि भारतीय तेल रिफाइनर ने कथित तौर पर रूस से रियायती दरों पर तेल की खरीद जारी रखी है. जबकि पश्चिम देश मास्को को अलग करना चाहता है.