साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज में हार के बाद विराट कोहली (Virat Kohli) ने टेस्ट की कप्तानी पद से खुद को अलग कर लिया है.
कोहली ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी साझा की है. कोहली ने लिखा कि, 7 साल से भारत की टेस्ट टीम की कप्तानी करना शानदार रहा. बता दें कि टी-20 वर्ल्ड कप के बाद कोहली ने टी20 टीम की कप्तानी भी छोड़ दी थी.
वहीं, साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले बीसीसीआई ने कोहली को वनडे टीम की कप्तानी पद से हटा दिया था. बता दें कि 2014 में विराट कोहली को टेस्ट की कप्तानी मिली थी. धोनी के टेस्ट की कप्तानी छोड़ने के बाद कोहली को टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया था.
अपने पत्र में कोहली ने लिखा, “टीम को सही दिशा में ले जाने के लिए हर रोज 7 साल की कड़ी मेहनत, और अथक परिश्रम की, मैंने पूरी ईमानदारी के साथ काम किया है और वहां कुछ भी नहीं छोड़ा है.
हर चीज को किसी न किसी स्तर पर रुकना पड़ता है और मेरे लिए भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में, यह समय अब है. उन्होंने कहा, “मैं बीसीसीआई को इतने लंबे समय तक अपने देश का नेतृत्व करने का मौका देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि टीम के उन सभी साथियों को जिन्होंने पहले दिन से भरपूर साथ दिया और और किसी भी स्थिति में कभी हार नहीं मानी.’
कोहली ने अपने पत्र में लिखा, ‘इस सफर में कई उतार-चढ़ाव आए हैं, लेकिन मेरी कोशिशों और भरोसे में कभी कमी नहीं आई. विराट के ट्वीट पर बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान का शुक्रिया अदा करते हुए ट्वीट किया है.
बीसीसीई ने लिखा, ‘टीम इंडिया के कप्तान कोहली को उनकी प्रेरणादायी नेतृत्व क्षमता के लिए बधाई देती है जिसने टीम को ऊंचाइयों तक पहुंचाया. उन्होंने भारत की 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी जिसमे से 40 टेस्ट में भारत को जीत दिलाई.
दूसरी ओर फैन्स भी सोशल मीडिया पर कोहली के इस फैसले को जानकर हैरान हो गए हैं. बता दें कि कोहली की कप्तानी टेस्ट में बेहद ही शानदार रही. टेस्ट में कोहली बतौर कप्तान अपने अंदाज के लिए भी जाने जाते रहे हैं.