गुजरात विधानसभा चुनाव का आज दोपहर 12 बजे एलान होगा. चुनाव आयोग आज दोपहर 12 बजे दिल्ली के आकाशवाणी भवन के रंग भवन ऑडिटोरियम में एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में चुनाव के पूरे कार्यक्रम का एलान करेगा.
चुनाव आयोग ने एक प्रेस रिलीज़ के ज़रिए इसकी जानकारी दी है. उम्मीद की जा रही है इसी महीने के आख़िर में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. राजनीतिक दलों के अंदरखाने इस सवाल पर चर्चा हो रही है कि क्या 2017 की तरह ही गुजरात में इस बार भी दो चरण में चुनाव होंगे.
माना जा रहा है कि इस बार भी दो चरणों में चुनाव हो सकते हैं.
गुजरात में विधानसभा की कुल 182 सीटें हैं और बहुमत का जादुई आंकड़ा 92 है. साल 2017 के चुनाव में बीजेपी ने 99 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. विपक्षी कांग्रेस को 77 और अन्य को छह सीटें हासिल हुई थीं.
बता दें, तमाम सवालों और कयासबाज़ियों के बीच सत्ताधारी बीजेपी, विपक्षी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता-कार्यकर्ता चुनावी प्रचार में भी अपना पूरा दम लगाए हुए हैं. और मतदाताओं को रिझाने का कोई मौक़ा नहीं छोड़ रहे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत बीजेपी के तमाम दिग्गज नेता लगातार चुनावी प्रचार में दिखाई दे रहे हैं. जबकि AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल लगातार चुनावी प्रचार में जुटे हुए हैं.
इससे पहले चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान किया था.
हिमाचल प्रदेश में एक ही चरण में 12 नवंबर को मतदान होगा और 8 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर थी. 27 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी जबकि 29 अक्टूबर तक प्रत्याशी नाम वापस ले सकेंगे. 12 नवंबर को मतदान होगा जबकि वोटों की गिनती 8 दिसंबर को होगी.
लगभग 25 वर्षों से गुजरात पर शासन कर रही भाजपा, मोरबी में पुल के ढहने के बाद बैकफुट पर नजर आ रही है. गुजरात के मोरबी में रविवार को एक पुल गिर गया था, जिसमें 135 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे की वजह जिस कंपनी को इस पुल के मरम्मत का ठेका दिया गया था, उसकी ओर से बरती गईं लापरवाही बताई जा रही है. इसके अलावा लोग इस मामले में दर्ज एफआईआर पर भी सवाल उठा रहे हैं. लोगों का कहना है कि एफआईआर में जिम्मेदार बड़े लोगों का नाम नहीं है, जबकि छोटे लोगों को फंसाया जा रहा है.
इस साल की शुरुआत में पंजाब में प्रचंड जीत से उत्साहित अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी गुजरात चुनाव के लिए कड़ी मेहनत कर रही है. राजनीतिक विशेषज्ञ आम आदमी पार्टी को भाजपा और कांग्रेस के लिए टक्कर के रूप में देख भी रहे हैं.