देशभर में मॉनसून की एंट्री हो गई है और कई राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है. वहीं दिल्ली के लोगों बारिश का इंतजार है.
दिल्लीवासी उमस भरे गर्मी से परेशान है. वहीं, मुंबई में भारी बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के कई क्षेत्रों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
दिल्ली में मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 0.7 डिग्री कम 36.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि शहर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई. आईएमडी ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने सामान्य तारीख से छह दिन पहले ही पूरे देश को कवर कर लिया है. आईएमडी ने कहा, “दक्षिण-पश्चिम मानसून आज राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के शेष हिस्सों में आगे बढ़ गया है. इसने 8 जुलाई की सामान्य तारीख के मुकाबले 2 जुलाई 2024 को पूरे देश को कवर कर लिया.”
जुलाई में देश में औसत से ज्यादा बारिश होने की उम्मीद
मौसम विभाग ने सोमवार को पूर्वानुमान जताया था कि मानसून के जोर पकड़ने के कारण जुलाई में देश में औसत से ज्यादा बारिश होने की उम्मीद है. मानसून 30 मई को केरल और पूर्वोत्तर में समय से पहले पहुंच गया, लेकिन महाराष्ट्र में इसकी रफ्तार धीमी रही. इस कारण उत्तर-पश्चिम भारत में भीषण गर्मी की लहरें चलीं और पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक शुष्क स्थिति बनी रही.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, “देश में 11 जून से 27 जून तक सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई, जिसके कारण कुल मिलाकर सामान्य से कम बारिश हुई.”
अर्थव्यवस्था में मानसून की अहम भूमिका
भारतीय अर्थव्यवस्था में मानसून की अहम भूमिका है. देश की करीब 50 प्रतिशत कृषि भूमि पर सिंचाई का कोई दूसरा स्रोत नहीं है. मानसून की बारिश देश के जलाशयों और जलभृतों (जलवाही स्तर) के लिए भी जरूरी है. बाद में पानी का उपयोग फसलों की सिंचाई के लिए किया जा सकता है.
इन राज्यों में भारी बारिश की संभावना
आईएमडी के अनुसार, अगले 4 से 5 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में सक्रिय मानसून की स्थिति होने की संभावना है. मौसम विभाग ने 6 जुलाई को दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई है.
अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं पूर्वी भारत में छिटपुट से लेकर व्यापक बारिश की उम्मीद है.
IMD ने पूर्वानुमान में कहा, “केरल और माहे, लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, गुजरात में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. अगले पांच दिनों के दौरान मराठवाड़ा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, रायलसीमा और तेलंगाना में छिटपुट से लेकर मध्यम बारिश का अनुमान है.