भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले सात दिनों के दौरान पूर्वोत्तर, पूर्वी भारत तथा पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना जताई है. इस दौरान देश के अधिकांश भागों में हल्की वर्षा होने के आसार हैं.
देश के विभिन्ना हिस्सों में मानसून की बारिश का सिलसिला जारी है. पिछले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा हुई. असम, मेघालय, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर बहुत वर्षा हुई. अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, बिहार, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात और तटीय कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर भी बारिश हुई.
मौसम विभाग ने कहा है कि, दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश और पड़ोसी इलाकों में चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. एक और चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पूर्व राजस्थान और आसपास बना हुआ है. मानसून सक्रिय है और सामान्य स्थिति के करीब है. दक्षिण झारखंड और आसपास के क्षेत्र मे भी चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. इससे अलग-अलग क्षेत्रों में बारिश हो रही है.
मौसम विभाग ने सात दिनों के मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है. इसके मुताबिक उत्तर-पश्चिम भारत के हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में काफी वर्षा होने की संभावना है. सप्ताह के दौरान जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, पश्चिमी राजस्थान में छिटपुट से लेकरभारी वर्षा हो सकती है.
हिमाचल प्रदेश में 10 अगस्त को अलग-अलग जगहों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. उत्तराखंड में 10 और 11 अगस्त को, पूर्वी राजस्थान में नौ से 11 अगस्त के दौरान बारिश हो सकती है.
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर 15 अगस्त तक भारी वर्षा होने की संभावना है. पंजाब में 10 को, हरियाणा-चंडीगढ़ में नौ से 13 अगस्त के दौरान 09-12 तारीख के दौरान बारिश हो सकती है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर में 10, 11, 14 और 15 अगस्त को बारिश की संभावना है.
इस सप्ताह के दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, कोंकण, गोवा और गुजरात में छिटपुट से लेकर व्यापक रूप से हल्की या मध्यम वर्षा होने की संभावना है. इस दौरान मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, सौराष्ट्र और कच्छ में छिटपुट वर्षा होने की संभावना है.